गुरुवार, 4 अगस्त 2011

बहुत हुआ यह अत्याचार

आम जनों को पता नहीं था
महंगाई की मार पड़ेगी

कालेधन और लोकपाल पर
मनमोहन सरकार अड़ेगी

अगर आमजन जाग गया तो
तुम चुनाव जाओगे हार

सरकारों अब दिशा बदल दो !
बहुत हुआ यह अत्याचार !!

भुला दिया तुमने जनता को
धनपशुओं का रख्खा ध्यान

इनके ही शोषण में फंसकर
फांसी लगाकर मरें किसान

ऐश कर रहे नेता-मंत्री
खूब कर रहे पापाचार

सरकारों अब दिशा बदल दो !
बहुत हुआ यह अत्याचार !!

अधिकारी घुसखोर हो गये
जनप्रतिनिधि चोर हो गये

जनता त्राहि त्राहि करती है
भूख कुपोषण से मरती है

दलित, किसान व मजदूरों के
छिने जा रहे है अधिकार

सरकारों अब दिशा बदल दो !
बहुत हुआ यह अत्याचार !!





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